माँ तुम कितनी अच्छी हो
माँ तुम कितनी
अच्छी हो
जीवन मे कितनी
सच्ची हो
तुमने हमको
राह दिखलाया
सही मार्ग
चुनना सिखलाया
जब जब मैं
गिरी हूँ पथ पर
तुमने ही है
गले लगाया
मेरे भीतर जो
संस्कार भरे हैं
मां वो तुमने
ही तो गहे है
तेरे ही आदर्शो
पे चलकर
मैने जीवन पाया
हा तेरे आचरण
को माँ मैने
अपना आचरण
बनाया है
माँ तू है तो
जीवन है
तेरे ही तो रंग
मेरे भीतर है
तेरी ममता की
छाव मिले नित
तेरे प्राणो से
प्राण मिले नित
यही प्रभु से माँगा है
हो माँ तू शत आयु….
यही हमारी प्रार्थना है…
1 Comments:
naman
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