Saturday, January 12, 2013

आज से तुम भी खुश तुम्हारी जिंदगी भी खुश..



जिंदगी मे एक ही अच्छा काम किया
हर कदम पे मोहब्बत का जाम पिया

कूच कर फेक  दो सर दुश्मनो का
चलो की हम भी तेरे साथ चले

आज से तुम भी खुश 
तुम्हारी जिंदगी भी खुश..

दीवार पे ना लिखा होगा तक़दीर का लिखा
वरना मिट जाता एक ही बरसात मे

लटके हैं पैर कब्र मे क्या करे बेचारे
नही बचा सकते इज़्ज़त हिन्दुस्तान की..
खड़े हैं जनता के आगे हाथ पसारे..भगवान माफ़ करे..

दिल को करो काबू मे
हर एक पे क्यूँ फिसला जाए

क्यूँ बनाया जिंदगी अपनी
जब भरोसा ही ना था..मुझ पर 

2 Comments:

At January 12, 2013 at 10:54 PM , Anonymous Anonymous said...

galat fahamiyon ke paanv nahi hote ..
chali aati hai fir bhi dabe paanv jahen me

jindgee par bharosa hai aaj bhi mera ..
chalti sansen gvah hai is baat ki ......

 
At January 15, 2013 at 12:51 AM , Blogger अपर्णा खरे said...

tanhai tanhai..uff ye tanhai...kabhi to bahar niklo tanhai se...

 

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