Wednesday, October 26, 2016

पापा और 24 साल


ख्वाब की मानिंद 
कही खो गए
पापा आप 
हमसे बिछड़ कर 
कहाँ चल दिए

अभी तो हमने 
चलना भी नहीं 
सीखा था
दुनिया से अकेले 
लड़ना भी 
नहीं सीखा था
यूँ छोड़ मझधार में
हम सबको 
आप यूँ ही चल दिए

पता भी है आपको
आपके बगैर हम
पल पल  मरे है
मर मर के जिए है
नहीं था कोई 
मार्ग दिखाने वाला
लड़खड़ा कर चले है

पापा आपके सिखाये 
संस्कार हमें 
आज भी याद है
आपके पढ़ाये पाठ
मुहजुबानी याद है

बहुत करते है याद 
आपकी एक एक बात
आपसे ही मिली है हमको
हर सौगात
आपसे हमारा वजूद
आप है हमारे दिल में मौजूद
नमन आपको करते है
पापा हम आपको
बहुत याद करते है।

आज हमारे पापा को हमसे बिछुड़े 24 साल हो गए। 25.10.1992 रविवार, दिवाली का दिन, पूजा का समय यानि 7.15 बजे शाम पापा हमसे विदा ले कहीं और जा बसे।।।।

2 Comments:

At October 27, 2016 at 2:59 AM , Anonymous Anonymous said...

ohhhh..sadar naman ,
pata nahi kyun ek dard kahin se khinch aaya hai
pita ka saya saath na ho to kya kya gujartee hai ham par, bhali bhanti parichit hain..kisen kahen ...saadar naman divangat aatma ko...

 
At October 29, 2016 at 12:20 PM , Blogger अपर्णा खरे said...

Shukriya dost

 

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