कल जब तुम मुझे छोड़ कर जा रही थी
मुड़ मुड़ कर मुझे ही देखे जा रही थी.....
जैसे कह रही हो....क्यूँ भेज रहे हो मुझे
प्लीज़ रोक लो ना...मैं नही जाना चाहती
और मैं भी कहाँ चाहता था की तुम जाओ
लेकिन समाज की मज़बूरी थी.................
परिवार की मज़बूरी थी..............
जो तुम्हे रोक नही सकता था......
तुम्हे भेजना ज़रूरी था....क्यूंकी
नही चाहता था तुम पे कोई आँच आए
तुम्हारे लिए कोई बातें बनाए.............
तुम चली गई तो ऐसा लगा जैसे
जिस्म से रूह निकल गई..........
और मैं बिना रूह के निढाल शरीर लिए
इधर उधर घूम रहा हूँ....
सबसे बातें कर रहा हूँ........
लेकिन तब भी ध्यान मे तुम्ही हो...
तुम्हारी ही बातें हैं...........
तुम्हारा नर्म एहसास मुझे ज़िंदा रखता हैं
कल वादा करके आने का इंतज़ार मुझे
बेचैन किए रहता हैं........................
मुझे पता हैं तुम आओगी...............
तुम भी कहाँ मेरे बिना रह पाऑगी.....
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- Khan Aameen Kal talak jeese samaze the hamraaz ham-safar
Apane liye vahii aaj-se begaane ho gaye
Vaise to khataa merii jaraabhii na thii
Khafaa hone ke to sow bahaane ho gaye...........December 17 at 12:12pm · · 1 - Ajay Agyat Sharma आपके जज्बात से एक पुराना शेर याद आ गया
तू है हरजाई तो अपना भी येही तौर सही
तू नहीं और सही और नहीं और सहीDecember 17 at 12:15pm · · 1 - Ajay Agyat Sharma कुछ ऐसे भी
कौन कब दिल के पास रहता है
मन मेरा क्यूँ उदास रहता है
रोक लेता शायद उन्हें तो अच्छा था
टीस बन दर्द अब खास रहता हैDecember 17 at 12:29pm · · 1 - Reena Dubey tum bhi mere bina kahan rah paogi...kitna atoot vishvaas....gazab ki soch hai aparna ji...December 17 at 1:31pm · · 1
- और मैं बिना रूह के निढाल शरीर लिए
इधर उधर घूम रहा हूँ....
कितना अधूरापन !!! लेकिन प्रेम का अधिक्य इसे पूरा कर रहा है ! बहुत ही मर्मस्पशी भाव !December 17 at 1:59pm · · 1 - Amitabh Agnihotri to jabab jo bhi aaye, bataiyega jarur....................December 17 at 4:28pm · · 1
- Amitabh Agnihotri sabal tha ki kya mere bina rah paogi........ jabab hai -- NAHI.December 17 at 4:30pm · · 1
- Naresh Matia achche bhav..ek paristithi ko dekhte huye......par jo samaaj se dar kar kuchh kar rahaa hain...ya to apne fayde ki bat soch rahaa hain...ya fir pyar karne ke layak hi nahi hain......December 17 at 6:33pm · · 1
- Rajiv Jayaswal Mujhe nahin lagta ki vo vapis ayegi---phir bhi ummid par duniya kayam hai.December 17 at 7:28pm · · 2
- kaun bhala jana chahega bin tumhare aur kahin?
mitron ka to samjho, aur kahin thaur nahi......December 17 at 10:21pm · · 1 - Rahim Khan sahiu hai nkai baar zindagi nme kuchh rishte aise ban jate hain.....................j
inke bina rahan mushkil ho jata hain................bahut khub aparna ji. December 17 at 11:04pm · · 1 - Rajani Bhardwaj ha nhi rh pati.........esliye bar bar lot kr aati hu............... abhut achchha or mn ka sa aparna..............December 18 at 10:15am · · 1
Akhilesh Sharma Waaaaah...........!
5 hours ago · · 2
Upasna Siag मुझे पता हैं तुम आओगी...............
तुम भी कहाँ मेरे बिना रह पाऑगी.....
5 hours ago · · 1
Upasna Siag आप इतना अच्छा लिखती है की मुझे कोई शब्द ही नहीं मिलते की मैं क्या कहूँ ....
5 hours ago · · 1
Aparna Khare nahi di aisa nahi hain..ap sabke comments hamre bheetar likhne ki prerna bhar dete hain....
5 hours ago · · 2
Madan Soni मुझे इक दो गाना याद आता है ...........बिलकुल एसा ही .....
मै न भूलूंगा .....मैं न भूलूंगी ......इन रस्मो को... इन कसमो को... इन रिश्ते नातों को .........
समय की धरा में.-२ .... उम्र.... बह......जानी ...है .........
दो घडी जी लेंगे- २ ......वो... ही ...रह.... जानी ...है
7 minutes ago · · 1