जाता हुआ साल
आहिस्ता आहिस्ता
कोई जा रहा है
मुझे छोड़कर
देकर निशानियां अपनी
न जाने कितनी
कुछ अच्छी
कुछ बहुत अच्छी
लेकिन
कहती हूँ तुमसे
एक बार फिर
मत जाओ यूँ
मुझे अकेला छोड़कर
नहीं रहना चाहती
तुम्हारे बिना
आदत सी जो
हो गई है तुम्हारी
हर लम्हा
हर घडी
तुम ही याद आओगे
क्यों जाते हो मुझे छोड़कर
क्यों इतना सताते हो????😢😢😢😢
कोई जा रहा है
मुझे छोड़कर
देकर निशानियां अपनी
न जाने कितनी
कुछ अच्छी
कुछ बहुत अच्छी
लेकिन
कहती हूँ तुमसे
एक बार फिर
मत जाओ यूँ
मुझे अकेला छोड़कर
नहीं रहना चाहती
तुम्हारे बिना
आदत सी जो
हो गई है तुम्हारी
हर लम्हा
हर घडी
तुम ही याद आओगे
क्यों जाते हो मुझे छोड़कर
क्यों इतना सताते हो????😢😢😢😢