Saturday, February 27, 2016

बदला हुआ बेटा


ताउम्र मरती है 
माँ 
बहने
बेटे और भाई 
के लिए
फिर भी 
कुछ नहीं कर पाती
पत्नी दो दिन में
घर की तस्वीर
बदल देती है
जिस बेटे ने 
कभी मुह न खोला हो
पिता के आगे
उगल देता है
फटाफट कैसे
पत्नियों फिर 
भोली सी बन जाती है
आप का बेटा है
आप जाने
कह कर आसानी से
छूट जाती है
चढ़ती रहती है 
दिन भर 
बुराई की पट्टी
उनका भी भाई है
ये क्यों भूल जाती है
देकर माँ को दुःख
क्या कोई बेटा 
कभी सुख पाया है
माँ के पैरों के नीचे 
स्वर्ग है बचपन से 
सुनता आया है
सारे खयालात 
दो दिन में गुम हुए 
जाते है
बेटे यु बदल जायेंगे
माँ बाप तो सोच भी नहीं 
पाते है
बेटी के हिस्से का भी
बचाकर बेटे को दिया
बदले में बेटा 
किसी और का हुआ
मैं कहती हूँ
छोड़ो अन्तर 
बेटी और बेटे का
अब तो आँख खोलो
देखो अन्तर्दृष्टि से
दोनों ही है 
कलेजे के टुकड़े
अब यही सोच रखो
पढ़ाओ बेटी को
दुनिया से लड़ने का
हौसला रखो........
(Jindagi channel dekhte hue upje kuch vichaar)