Saturday, September 24, 2011

फेस बुक मे शायद हमेशा रात है ....


फेस बुक मे शायद हमेशा रात है ....
फिर भी नये दोस्तो से रोज़ मुलाकात हैं
करते हैं इंतेज़ार दोस्तो का हर वक़्त
कटती नही अब रात हैं...
मन जानता हैं ये भी एक मोह हैं
लेकिन इसे रोक पाना अब कहाँ मॅन के हाथ हैं
सपनो की दुनिया किसको नही अच्छी लगती 
सपने मन को भाते हैं...
ना जाने कितनी खुशिया दे जाते हैं
माना ....अभी मन ढूंढता है विपरीत लिंग 
कहना चाहता हैं बहुत कुछ..
लेकिन कह नही पाता...
बनाता रहता है नये मित्र 
वो खुद जो एक झूठ है 
यू सत्य का करता है अन्वेषण ..
अन्वेषण जो मन को खुशी दे क्या बुरा हैं
हमे अपनी खुशिया ही तो तलाश करनी हैं
मित्र नये हो या पुराने..
क्या फ़र्क पड़ता हैं???????????


Friday, September 23, 2011

कैसा ये नेटवर्क हैं
सताता हैं, रुलाता हैं
सबसे दूर ले जाता हैं
समझ नही आता 
इसमे क्या इसे मज़ा आता हैं
मुझे तो बस एक ही गाना याद आता हैं
झलक दिखला जा झलक दिखला जा
एक बार आ जा आजा आजा..............


प्यार छिपता नही छिपाने से..पर्फ्यूम की बॉटल हैं...ये
कैसे छिपाए इसे जमाने से..





बाज़ार-ए-इश्क में अक्सर,
हमने चाहतों की पूंजी गवाईं है !
पसेरी भर प्यार के एवज, 
बस एक पुडिया ख्वाब कमाई है !


एक पूडिया प्यार ही काफ़ी हैं
पानी मे मिला कर पी जाए...
इस से मिटती सारी उदासी हैं
अगर लाभ ना हो तो पैसे वापस..


पंक्तियाँ अभी बाकी हैं....
हर चेहरे पे उदासी हैं
भीष्म अपनी प्रतिगाया के आगे बेबस हैं
द्रौपदी के पाँच पति हैं..फिर भी वो बेचारी हैं
सरे दरबार उसकी आबरू उतारी हैं..
युधिस्थिर ने भी झूठ बोला हैं..
आश्वतमा को मार डाला हैं..धीरे से ये बताया हैं
नर नही हाथी...



पहला कदम उठाना होगा

 डूब रहा मन नदी किनारे 
प्रिय बैठा उसपार है !
सुख का सागर पास मेरे 
फिर भी प्यास अपार है !
प्रिय पाऊं मैं तुमको कैसे 
बीच वैतरणी की धार है !
डूब रहा मन नदी किनारे 
प्रिय बैठा उसपार है......
ले लो नौका जीवन की
हो जाओ भव पार हैं
प्रिय भी तुम्हारा वही मिलेगा
करता वो इंतेज़ार हैं....
गति तुम्हारी प्रिय के संग हैं
वही तुम्हारे हरदम संग हैं
पहला कदम उठाना होगा
प्रिय तक जाने को सखी 
तुम्हे अब शर्म लाज़ तज 
आगे आना होगा....

सच्चा मेहरबान हैं????????????


मेरे होने का यकी 
तू क्यूँ नही कर पाया
जबकि साथ था हरदम 
तेरे संग मेरा साया 
जाने क्यूँ उम्र भर  
मुझे तू परखता रहा
अपने आप से यू ही
उलझता रहा
मेरी आँखो मे ना जाने क्या क्या 
तलाश करता रहा
लेकिन जवाब ना पा सका
अपने आप से...............
नही कर सका भरोसा तू 
मेरी ज़ुबान पे...........
निगाहो को मेरी क्यूँ समझा 
धोखा तूने...............
मेरी लाख कोशिशे भी 
सच को दिखा ना सकी
यकीने वफ़ा ये दिला ना सकी
आज क्यूँ तू फिर परेशान हैं???
क्या मिला फिर कोई मुझसा 
सच्चा मेहरबान हैं????????????

    • Nitesh Kumar gud1...nice...
      September 24 at 12:28pm ·  ·  1 person
    • Aparna Khare thanks Nitesh ji
      September 24 at 12:28pm ·  ·  1 person
    • Amit Gaur really very nice Aparna ji.
      September 24 at 12:33pm · 
    • Aparna Khare thanks Amit ji
      September 24 at 12:34pm ·  ·  1 person
    • Saroj Singh beautiful !!
      September 24 at 12:41pm ·  ·  1 person
    • Gunjan Agrawal ohh..... very nice Aaparna .... too gud dear
      September 24 at 1:03pm ·  ·  2 people
    • Aparna Khare thanks Saroj ji
      September 24 at 1:20pm · 
    • Aparna Khare thanks gunjan
      September 24 at 1:21pm · 
    • Parveen Kathuria nice said.
      September 24 at 1:33pm ·  ·  2 people
    • Aparna Khare inna chota sa nice
      September 24 at 1:33pm ·  ·  1 person
    • Parveen Kathuria aapke pass time nah hoga padhne ko....is liye chhota comment kiya..
      September 24 at 1:35pm ·  ·  2 people
    • Aparna Khare achha ulta chor kotwaal ko dante
      September 24 at 1:36pm ·  ·  1 person
    • Rajiv Jayaswal nice Aparna Khare ji.
      September 24 at 1:58pm · 
    • Aparna Khare thanks Rajiv ji
      September 24 at 1:59pm · 
    • Ashish Tandon बहुत सुंदर अभिव्यक्ति अपर्णा जी
      September 24 at 2:54pm ·  ·  1 person
    • Aparna Khare thanks Ashish ji
      September 24 at 2:56pm ·  ·  1 person
    • Maya Mrig जाने क्यूँ उम्र भर
      मुझे तू परखता रहा
      अपने आप से यू ही
      उलझता रहा...................जाने क्‍यूं----जाने क्‍यूं----जाने क्‍यूं---
      September 24 at 4:01pm ·  ·  2 people
    • Aparna Khare jane kyun me sare raaz hain...na samajhna bhi unka ek alag andaaz hain...shayaad thanks maya sir....
      September 24 at 4:03pm ·  ·  1 person
    • Kamini Panchal · Friends with Rahul Jain
      like.
      September 24 at 5:10pm ·  ·  1 person
    • Aparna Khare thanks
      September 24 at 5:11pm · 
    • Succorine Dsouza Aparnaji the photo as shown above is of Mother Mary - Jesus's mum Ma Mariam I am sure you are aware???
      September 24 at 5:26pm ·  ·  1 person
    • Aparna Khare yeah mam..yes I am...
      September 24 at 5:27pm · 
    • Jitendra Pandey अत्यन्त सुन्दर । अपर्णा जी आप इतना सुन्दर कैसे लिख लेती है ?
      September 24 at 6:42pm ·  ·  1 person
    • Amit Agarwal nice............
      September 24 at 7:30pm · 
    • Shamim Farooqui Bahut hi naazuk aur khubsurat ehsaas jo lafzo'n ke paikar me'n dhal gaye hai'n.
      September 25 at 8:53am · 
    • किरण आर्य मेरी लाख कोशिशे भी
      सच को दिखा ना सकी
      यकीने वफ़ा ये दिला ना सकी
      आज क्यूँ तू फिर परेशान हैं???
      क्या मिला फिर कोई मुझसा
      सच्चा मेहरबान हैं????????????...........waah dost dil ko chhu gai yeh chand panktia..............................:))
      September 25 at 9:10am ·  ·  2 people
    • Amod Khare Achchhi panktiyon ke liye arpana ji aur kiran ji aapka dhanyawad.
      September 25 at 10:11am ·  ·  1 person
    • किरण आर्य Amod ji yeh jo upper panktia maine sanjha ki hai yeh meri dost Aparna Khare ki isi rachna ki hai................
      September 25 at 10:14am ·  ·  1 person
    • Amod Khare Thanks me pahale poori kavita nahi pad paya tha thanks arpanaji aap ko bhi thanks.
      September 25 at 10:36am ·  ·  2 people
    • Gopal Krishna Shukla सुन्दर रचना अपर्णा जी.....

      मेरी लाख कोशिशे भी
      सच को दिखा ना सकी
      यकीने वफ़ा ये दिला ना सकी
      आज क्यूँ तू फिर परेशान हैं???
      क्या मिला फिर कोई मुझसा
      सच्चा मेहरबान हैं???
      September 25 at 1:12pm ·  ·  2 people
    • Aameen Khan नही कर सका भरोसा तू
      मेरी ज़ुबान पे...........
      निगाहो को मेरी क्यूँ समझा
      धोखा तूने............................... beautiful lines.
      September 25 at 2:41pm ·  ·  1 person
    • Alam Khursheed क्या तेवर हैं अपर्णा जी !
      बहुत ख़ूब ...वाह !
      Monday at 8:24am ·  ·  1 person
    • Aparna Khare thanks Alam ji....bus apse seekh rahe hain..
      Monday at 1:39pm · 
    • Aparna Khare thanks Aameen ji
      Monday at 1:39pm · 
    • Aparna Khare shukriya Gopal bhai
      Monday at 1:39pm · 
    • Aparna Khare Thanks Amod khare ji
      Monday at 1:39pm · 
    • Aparna Khare shukriya dost kiran
      Monday at 1:40pm · 
    • Aparna Khare thanks Amit ji n jitendra ji
      Monday at 1:40pm · 
    • Aparna Khare shukriya Shamim Farooqui ji
      Monday at 1:40pm ·