रूहानी सुहानी
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
Thursday, June 18, 2020
सब धरती पे छूट जाता है
इंसान चला जाता है
धरती का दहेज
धरती पे रह जाता है
रह जाती है
अनगिनत यादें
उसका अनूठा प्यार
सबका ध्यान
रखने का स्वभाव
खिलखिलाहटें,
जी भर कर देखना,
कभी रोना,
कभी हंसना,
कभी हताश होना,
कभी औरों को
दिलासे देना
न जाने
कितने छिपे स्वभाव
ये तो हुई उसकी आदतें
इनके सिवा
लैपटॉप, मोबाइल,
मोटर गाड़िया,
ढेरों मनपसंद कपड़े
म्यूजिक प्लेयर, जूते चप्पल
सीडी, कसरत के सामान
और न जाने क्या क्या...
नाम रह जाता है...
Designation भी
याद किया जाता है....
पुरानी फोटुएं
खूबसूरत चेहरा
बार बार बुलाता है...
सब छूट जाता है....
और
इंसान गुम हो जाता है...