Saturday, May 18, 2013

हम अभी तक जवान हैं.. बुड्ढे नही हुए..





तुम अभी तक वैसे के वैसे हो..
मिलते ही बाज़ नही आते हो चिढ़ाने से
क्या अच्छा लगता हैं ये सब?
इस उम्र मे जब दोनो के बच्चे बड़े हो चुके हैं
अब उनकी उम्र हैं आँखे चार करने की
हमारी उमर तो निकल गई हमारे हाथ से..
अब नही करना ऐसी शैतानी
वरना वो क्या कहेंगे..
हम अभी तक जवान हैं..
बुड्ढे नही हुए..

Thursday, May 16, 2013

मुझे चाँद लाकर दो..


मुझे चाँद लाकर दो..
मुझे नही पता तुम्हे क्या करना हैं
कैसे लाना हैं..
बस मुझे चाहिए..
अगर नही ला सकते तो बोल दो...
मैं खुद ही कर लूँगी उस से मान मनौवल्ल
कि वो हमारे लिए धरती पे आ जाए..

(एक छोटी सी ज़िद, एक छोटी सी बच्ची का सपना जो शायद कभी पूरा ना हो)




खामोशिया तो सुन लेती हर हैं सदा...
वो आए तो थे..तुम जान ना पाए थे क्या

सच कहा तुमने..तुम लड़ना जो चाहती हो मुझसे
मैं ठहरा सीधा सादा..

रख कर अपने सपने कहीं भूल आए हो..
क्या तुम भी हमारी तरह दुनिया के सताए हो????

दूसरी दुनिया मे आ गये लगते हो..
किताबे हैं ढेर लेकिन पढ़ नही सकते हो..
हर किताब कुछ कहती हैं..उसमे भी कुछ
भावनाए पलती हैं..
जिसे पढ़ना सबके बस की बात नही..
ये दुनिया अलहदा ही होती हैं..

Tuesday, May 14, 2013

मैं हूँ ठंडी हवा का झोंका..मुझे भूल ना पाओगे..




तेरे नाम का असर आज भी कुछ ऐसा है
लेता हूँ साँस जब भी..तेरा नाम ही निकलता हैं.

महसूस करोगे जब भी मुझे पास ही पाओगे...
मैं हूँ ठंडी हवा का झोंका..मुझे भूल ना पाओगे..

हमने कब कहा हम तुम्हे नही जानते..
ले सकते नही तेरा नाम सबके सामने..
इसलिए कह दिया हम तुम्हे नही पहचानते

माँ जैसा ना कोई हुआ हैं ना होगा...
माँ देखती हैं वो जो बीवी नही देख पाती
अपने  बच्चे का दुख बिन कहे ही समझ जाती..
रो पड़ती हैं ज़रा सी चोट पे ...उसकी
जो सारे संसार का दुख हंस कर सह  कर जाती..

देखा जो उनको करीब से लब ही झुक गये..
कहना था कुछ..कुछ और ही कह गये..

मोहब्बत करके इतना हाथ आया हैं..
लोग कहते हो भूल गये हो मुस्कुराना हैं..
हमे तो सपने मे भी तुम्हारा ही ख़याल आया हैं..

Monday, May 13, 2013

बुद्दु



खामोश रहो तो दुनिया समझती हैं बुद्दु
कुछ कहकर इन्हे अपने होने का एहसास दिला दो