मान जाओ
अब नहीं सहा जाता
जुदाई का गम
चले आओ,
मत खेलो
मेरे जज्बातो से,
एक बार तो
मेरे सामने आकर
मुस्कुराओ
देती हैं सदा
मेरी आँखे तुम्हे
अब
और न तड़पाओ
मेरी जान
अब तो मान जाओ
आ भी जाओ न .....
जुदाई का गम
चले आओ,
मत खेलो
मेरे जज्बातो से,
एक बार तो
मेरे सामने आकर
मुस्कुराओ
देती हैं सदा
मेरी आँखे तुम्हे
अब
और न तड़पाओ
मेरी जान
अब तो मान जाओ
आ भी जाओ न .....