चाय का स्वाद
तुम्हारी वफा
तुम्हारा दर्द
तुम्हारे प्यार से
अपना कहना
सब मौजूद है मुझे
चाय में चीनी की तरह
चाय का स्वाद तो फिर भी भूल जाता है अगली चाय के आने तक
तुम हो कि रच बस गए हो मुझमें
चाय के रंग की तरह
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..